संज्ञा के गुण, रंग आकार बताने वाला विशेषण कहलाते हैं
गुणवाचक विशेषण—जो विशेषण 'जो संज्ञा या सर्वनाम के गुण, दोष, रंग, रूप, आकार, स्वभाव, दशा, स्थिति आदि का बोध कराते हैं, उन्हें गुणवाचक विशेषण कहते हैं।
ऐसे सर्वनाम शब्द जो संज्ञा से पहले लगकर उस संज्ञा शब्द की विशेषण की तरह विशेषता बताते हैं, वे शब्द सार्वनामिक विशेषण कहलाते हैं । यह शब्द सर्वनाम के लिए विशेषण का काम करते हैं। जैसे: मेरी पुस्तक , कोई बालक , किसी का महल , वह लड़का , वह बालक , वह पुस्तक , वह आदमी , वह लडकी आदि।
जिन विशेषण शब्दों से किसी वस्तु के परिमाण, मात्रा, माप या तोल का पता चले, वे परिमाणवाचक विशेषण कहलाते हैं ।
2, 13, 27, 44, ?, 87
96 48 24 ? 6 3
...16 25 36 49 64 ?
√(10198 )× √(7220 )÷ 16.69 + 2010.375= ?
123, 130, 116, ?, 109, 144
13, 28, ?, 118, 238, 478
216, 81, 297, 378, ?, 1035, 1728
250, 279, 311, 349, 396, ?
3.6 × 1.5 + 8.4 × 2.5 – 9.2 × 3.5 = ? – 9.2 × 4.4
56, 27, 14.5, 6.25, ?, 1.0625