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मूर्धन्य व्यंजन ऐसे व्यंजन होते हैं जो जिह्वा द्वारा वर्त्स्य कटक और कठोर तालू के बीच उच्चारित होते हैं। इनमें "ट", "ठ", "ड", "ढ", "र", "ड़" और "ण" शामिल हैं।
अनेक
जो अंतिम वर्ण से उत्पन्न हो -इस वाक्यांश के लिए सही शब्...
ग्राम्य शब्द का विलोम शब्द है –
विद्या
शुद्ध शब्द रूप है
किस क्रमांक में अंग्रेजी के पारिभाषिक शब्द के सामने उ...
निम्नलिखित में से असंगत विलोमार्थी शब्द-युग्म है :
'इस नदी का जल अब बहुत पवित्र नहीं रहा। इस वाक्य में प्रविशे...
'अर्थ से संबंध रखने वाला' के लिए निम्नलिखित में से कौनस...
निराशा