A Writ of Prohibition is issued by a higher court to a lower court or a tribunal to prevent the latter from exceeding its jurisdiction or acting contrary to the rules of natural justice. This writ serves as a crucial check on the judicial and quasi-judicial powers by ensuring they do not overstep their legal bounds.
' जो सब कुछ जानता है " के लिए उपयुक्त शब्द है __________
कौन सा शुद्ध रूप नहीं है -
‘मोहन से चला नहीं जाता ’ इस वाक्य के वाच्य का नाम लिखि...
सच्चे शरूवीर देश की रक्षा में प्राणों की ……………….. हैं। रिक...
अयोगवाह कितने होते है
अवर का विपरीतार्थक शब्द कौन सा है -
स्पर्श व्यंजन में प्रत्येक वर्ग का दूसरा और चौथा व्यं...
निम्नलिखित समस्त पदों में द्विगु समास का उदाहरण बता...
‘जेठ’ का स्त्रीलिंग शब्द क्या होता है?
सांस्कृतिक शब्द में कौन सा प्रत्यय जुड़ा है।