The Brahmo Samaj was the first important organization of religious reforms. It forbade idol-worship and discarded meaningless rites and rituals. The Samaj also forbade its members from attacking any religion. It purified Hinduism and preaches monotheism. It criticizes social evils, opposes idolatry and emphasizes human dignity.
'सर्प' का पर्यायवाची शब्द नहीं है
'यथाशक्ति' में कौन सा समास है :
कौन - सा वाक्य शुद्ध है ?
राष्ट्रों और राज्यों के परस्पर व्यव्हार में सत्य, अहि...
निम्नलिखित में से कौन-सी कृति के लिए हिंदी भाषा के साहित्य...
'मक्खियाँ मारना' मुहावरे का सही अर्थ क्या है?
पावन का सन्धि विच्छेद क्या होगा ?
भाववाच्य में ____________ प्रधानता होती है।
दृढ़ ( 1) संकल्प ( 2) करो ( 3) कर्तव्य ( 4) करके ( 5) अपना ( 6) । प्रस्त...
निम्नलिखित में से कौन सा सही सुमेलित युग्म नहीं है
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