If A and B are complementary angles, then the value of-
sin A cos B + cos A sin B – tan A tan B + sec 2 A – cot 2 B is–
sin A cos B + cos A sin B – tan A tan B + sec2 A – cot2 B
= sinA sin A + cosA cosA – tanA. cot A + sec2A – tan2B
= (sin2A + cos2A) – 1 + (1)
= 1 – 1 + 1
= 1
दà¥à¤°à¥à¤œà¤¨ में कौन सी संधि है ?
दिठगठशबà¥à¤¦ के लिठचार विकलà¥à¤ª दिठगठहैं उचà¥à¤š विकलà¥à¤ª चà¥à...
शà¥à¤¯à¤¾à¤®à¤²â€™ किस तदà¥à¤à¤µ शबà¥à¤¦ का ततà¥à¤¸à¤® रूप है ?
अशà¥à¤¦à¥à¤§ वाकà¥à¤¯ है-
‘ किसी वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ या वसà¥à¤¤à¥ को न अपनाना‘ वाकà¥à¤¯à¤¾à¤‚श के लिठउपयà¥à¤•...
आà¤à¤¸à¥‚ पीकर रह जाना,  मà¥à¤¹à¤¾à¤µà¤°à¥‡ का सही अरà¥à¤¥ कà¥à¤¯à¤¾ होगा ?
निमà¥à¤¨à¤²à¤¿à¤–ित में से कौन सा विकलà¥à¤ª सà¥à¤®à¥‡à¤²à¤¿à¤¤ नहीं है?
'अजà¥à¤ž' का विलोम शबà¥à¤¦ है
'खादà¥à¤¯à¤¾à¤¨à¥à¤¨' में कौन-सा समास है :
पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤— के आधार पर 'पाणà¥à¤¡à¥' शबà¥à¤¦ होगा