तत्कालीन शिक्षा मंत्रालय द्वारा सन 1966 में परिवर्धित देवनागरी वर्णमाला नामक पुस्तिका प्रकाशित की गई। वर्णमाला के साथ ही हिंदी वर्तनी की विविधता को दूर कर वर्तनी की एकरूपता स्थापित करने का भी तत्कालीन शिक्षा मंत्रालय ने प्रयास किया और हिंदी वर्तनी की विभिन्न समस्याओं को दूर करने के लिए भाषाविदों के साथ गंभीर विचार -विमर्श के पश्चात 1967 में हिंदी वर्तनी का मानकीकरण नामक पुस्तक का प्रकाशन किया। मानक देवनागरी वर्णमाला, परिवर्धित देवनागरी वर्णमाला और हिंदी वर्तनी का मानकीकरण इन तीनों पुस्तिकाओं के समन्वित रूप को संशोधन और परिवर्धन के साथ केंद्रीय हिंदी निदेशालय द्वारा सन 1983 में देवनागरी लिपि तथा हिंदी वर्तनी का मानकीकरण नामक पुस्तक का प्रकाशन किया गया।
T-Bills, Government Bonds and Cash Deposits are the examples of –
What is correct about RTGS and NEFT:
i) RTGS is intended for big amount and NEFT is for smaller amount. RTGS can be done for amounts of minim...
What is “Non-Interest Income” of banks?
NITI Ayog stands for
India’s first regional rural bank is ___________
Arrangement made for the likely loss in the profit and loss account while finalizing accounts of banks is known as...............................
What is objective of E-rakam or E-cash?
Match the following
1) UTE a) July 1964
2) SEBI b) November 1972
3) EXIM bank c) Feb 1, 1964
4) GIC d) Jan 1, 1982
i...
..................are a diverse set of institutions and markets that, collectively, carry out traditional banking functions--but do so outside, or in wa...
Saikhom Mirabai Chanu is associated with which sport?