अनुनासिक ___ मुख व नाक से उच्चारित वह ध्वनि है , जो पूर्णतः स्वर पर आश्रित होती है और इन्हीं स्वरों को लिखते समय इनके ऊपर अनुनासिक के चिह्न चन्द्रबिन्दु (ँ) का प्रयोग किया जाता है। यह ध्वनि (अनुनासिक) वास्तव में स्वरों का गुण होती है। जैसे रँग,गाँव आदि
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निम्न शब्दो में से पीठ का तत्सम क्या होगा ?
उच्चारण के समय जीभ की स्थिति के अनुसार स्वरों के कितने भेद...
जिन शब्दों से काम का करना या होना पाया जाए, उन्हें –
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