Question

    निम्नलिखित उद्धरण पर विचार कीजिए:

    शिव हमारी गाथाओं में बड़े यायावर हैं। बस जब मन में आया, बैल पर बोझा लादा और पार्वती संग निकल पड़े, बौराह वेश में। लोग ऐसे शिव को पहचान नहीं पाते। ऐसे यायावर विरूपिए को कौन शिव मानेगा? वह भी कभी-कभी हाथ में खप्पर लिए। ऐसा भिखमंगा क्या शिव है?"

    उपर्युक्त विचार/वक्तव्य किसका है?

    A सुरेंद्र वर्मा Correct Answer Incorrect Answer
    B अमृत राय Correct Answer Incorrect Answer
    C यशपाल Correct Answer Incorrect Answer
    D विद्यानिवास मिश्र Correct Answer Incorrect Answer

    Solution

    इसे विद्यानिवास मिश्र जी वसंत ऋतु पर लिखे अपने निबंध संकलन 'फागुन दुइ रे दिना' में वसंत के पर्वों को व्याख्यायित करते हुए, 'अपना अहंकार इसमें डाल दो' शीर्षक से लिखे निबंध में वे 'शिवरात्रि' पर लिखते हैं। 

    Practice Next